मेहंदीपुर बालाजी
राजथान मे मेंहन्दीपुर बालाजी दुष्ट आत्माओं से निजात पाने के लिये दिव्य शक्ति से प्रेरित हनुमानजी का बहुत ही शक्तिशाली मन्दिर माना जाता है। यह मन्दिर बुरी आत्मओं के शिकार लोगों के लिये आसरा और आखिरी रास्ता है।
यह मंदिर राजस्थान के दौसा जिले में स्थित है। यह जयपुर से १०० किमी और करौली से ४० किमी दूर है और बांदीकुई रेलवे स्टेशन के काफी करीब है। यह मंदिर जयपुर आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग से बालाजी मौड से ३ किमी दूर स्थित है। इस मंदिर से २२६ किलोमीटर की दूरी पर सालासर बालाजी मंदिर है।
कई वर्शों पूर्व हनुमानजी और प्रेत राजा अरावली पर्वत पर प्रकट हुए थे। घातक आत्माओं और काले जादू से पीड़ित रोगो से छुटकारा पाने लोग यहाँ आते हैं। इस मन्दिर को इन पीडाओं से मुक्ति का एकमात्र मार्ग माना जाता है। मन्दिर के पन्डित इन रोगों से मुक्ति के लिए कई उपचार बताते हैं जैसे कि श्लोक पढना, शाकाहारी भोजन करना, अपने शरीर को पीडित करना इत्यादि। कई गंभीर रोगियों को लोहे की सांकल से बाँधकर मन्दिर में कई दिन रखा जाता है, ताकि वह स्वस्थ हो जाए। यह सुनने में आश्चर्यजनक लगता है पर हकीकत में कई लोग इसी तरह के उपचार से स्वस्थ होते देखे गये हैं। बालाजी का मन्दिर, प्रेत राजा का मन्दिर्, भैरव जी का मन्दिर और राम दरबार यहाँ के दर्शनीय स्थल हैं ।
यह मंदिर राजस्थान के दौसा जिले में स्थित है। यह जयपुर से १०० किमी और करौली से ४० किमी दूर है और बांदीकुई रेलवे स्टेशन के काफी करीब है। यह मंदिर जयपुर आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग से बालाजी मौड से ३ किमी दूर स्थित है। इस मंदिर से २२६ किलोमीटर की दूरी पर सालासर बालाजी मंदिर है।
कई वर्शों पूर्व हनुमानजी और प्रेत राजा अरावली पर्वत पर प्रकट हुए थे। घातक आत्माओं और काले जादू से पीड़ित रोगो से छुटकारा पाने लोग यहाँ आते हैं। इस मन्दिर को इन पीडाओं से मुक्ति का एकमात्र मार्ग माना जाता है। मन्दिर के पन्डित इन रोगों से मुक्ति के लिए कई उपचार बताते हैं जैसे कि श्लोक पढना, शाकाहारी भोजन करना, अपने शरीर को पीडित करना इत्यादि। कई गंभीर रोगियों को लोहे की सांकल से बाँधकर मन्दिर में कई दिन रखा जाता है, ताकि वह स्वस्थ हो जाए। यह सुनने में आश्चर्यजनक लगता है पर हकीकत में कई लोग इसी तरह के उपचार से स्वस्थ होते देखे गये हैं। बालाजी का मन्दिर, प्रेत राजा का मन्दिर्, भैरव जी का मन्दिर और राम दरबार यहाँ के दर्शनीय स्थल हैं ।